Rajasthani Bhajans
- श्री गणेश काटो क्लेश
- जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा
- राग:- सोरठ (ग्वालिड़ा तू कोनी जाने पिड़ परायी)
- बस बात जरासी
- मतवाला गुरु मतवाला सत अमरापुर है वाला
- श्री बालाजी ने लाड लडावे माता अंजना
- फकीरी अलबेला को खेल
- हिण्डो तो घलादे सतगुरु म्हारा बाग मे जी।
- कोई पीवो राम रस प्यासा
- जिस माला में राम नाम ना वो माला किस काम की
- चादर झीणी राम झीणी
- सुन्न घर शहर,शहर घर बस्ती
- म्हारी लगी राम से प्रीत
- दाग परे कर भाई मेरे दिल का भरम परे कर भाई
- हंस्लो मित्र कोनी थारो ए भोली काया
- प्रभु जी मोरे अवगुण चित्त ना धरो
- हँस हँस मिठा जग मे बोलानाए,
- सतगुरु साहेब बंदा एक है जी
- बलिहारी बलिहारी म्हारे सतगुरुवां ने बलिहारी।
- म्हारा सतगुरु दीन्ही बताय
- मन मस्त हुआ फिर क्या बोले
- हर भज हर भज हीरा परख ले
- ॐ शिव ॐ शिव , ॐ शिव ॐ शिव रटता जा
- कळप मत काछब कुड़ी ए
- दयो वरदान मुझे भक्ती का जागो शंकर बम लहरी ।
- सतगुरु आके जगा दिया
- चढ़ चालो गुरांजी के देश
- तेरा भगत करे अरदास ज्ञान मोहे देना हे काली
- तेरा बिरहन नैण उघाड़
- मतवाला गुरु मतवाला सत अमरापुर है
- हरी न रूणीचो बसायो प्रभु न रुणीचो बसायो
- चल हंसा उस देश
- सभा है भरी भगवन
- प्रीत पराई
- सतगुरु सुल्झावेंगा
- घट में बसे रे भगवान
- क्या सोव सुख नींद मुसाफिर
- बोली एक अमौल ह ज कोई जानें बोल ।
- बिणजारी ए हँस हँस बोल,
- अमृत नाथ महान अमर है ।
- हमें दिल की बीमारी है
- जाणा है यहां रहणा नाही बात बड़ी पेटेंट
- दीन बंधू दीनानाथ मोरी सुध लीजिये
- मानो म्हारी बात द्वारका थे जाओ।
- कैसे जीतें हैं भला लोग
- रटो पार्वती के भरतार
- सादा जीवन सुख से जीना
- सतगुरु मेरा ऐसा रंग चढ़ाया
- बस बात जरासी, होसी लिखी रे तकदीर
- जड़ चेतन के माली
- जबान जेसी मीठी जगत में
No comments:
Post a Comment